विपक्षी दलों ने राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार घोषित किया

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों ने राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार घोषित किया है। एनसीपी चीफ शरद पवार ने दिल्ली में रविवार को विपक्षी दलों की बैठक के बाद उनके नाम की घोषणा की। 80 साल की अल्वा मूल रूप से कर्नाटक के मेंगलुरु की रहने वाली हैं। उनका मुकाबला एनडीए प्रत्याशी जगदीप धनऽड़ से होगा।मार्गरेट अल्वा राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। राजीव कैबिनेट में अल्वा संसदीय कार्य और युवा विभाग की मंत्री रहीं, जबकि राव की सरकार में पब्लिक और पेंशन विभाग की मंत्री रही हैं।2008 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान अल्वा ने कांग्रेस हाईकमान पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें कांग्रेस ने महासचिव पद से हटा दिया था। अल्वा उस वत्तफ़ महाराष्ट्र, मिजोरम और पंजाब-हरियाणा की प्रभारी थीं। हालांकि गांधी परिवार से नजदीकी रिश्ते होने की वजह से उन्हें उत्तराऽंड में राज्यपाल बनाकर भेजा गया था।2016 में अल्वा ने अपने बायोग्राफी करेज एंड कमिटमेंट में ऽुलासा किया था। उन्होंने लिऽा- राजीव गांधी जब शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट के िऽलाफ अध्यादेश लाने जा रहे थे, तब मैंने उन्हें मौलवियों के आगे नहीं झुकने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने मेरा सुझाव मानने से इनकार कर दिया था।अल्वा गुजरात, राजस्थान, गोवा और उत्तराऽंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। वे उत्तराऽंड की पहली महिला राज्यपाल रही हैं। 2009 से 2012 तक उत्तराऽंड के राज्यपाल के रूप में काम कर चुकी हैं। इसके अलावा राजस्थान में 2012 से 2014 तक राज्यपाल रहीं। इसी दौरान उन्हें गुजरात और गोवा का प्रभार भी मिला था।पांच बार सांसद रहीं मार्गरेट अल्वा ने पिछले साल भाजपा के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार की धर्मांतरण विरोधी विधेयक के लिए जमकर आलोचना की थी। उन्होंने यहां तक कहा था कि ष्मुझे अक्सर मिशनरी स्कूलों और कॉलेजों में सीटों के लिए भाजपा सांसदों और विधायकों के कॉल आते हैं। अगर हम उनका धर्मांतरण करते हैं तो वे अपने बच्चों को ईसाई स्कूलों में क्यों भेजते हैं?उन्होंने कहा था- क्रिश्चियन पावर ने 200 साल तक भारत पर शासन किया। ब्रिटिश, फ्रांसीसी, पुर्तगाली और डच यहां थे। आज हम देश की जनसंख्या का मुश्किल से 3 प्रतिशत हैं। अगर हमने धर्मांतरण किया था तो हमें कम से कम 30 प्रतिशत होना चाहिए था।उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों ने राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार घोषित किया है।